लेखनी कहानी -05-Jan-2023महाभारत की प्रासंगिकता
महाभारत धारावाहिक देखकर बहुत सारे प्रश्र मेरे मन में उमड़ते हैं । आज कल की कुछ घटनाएं महाभारत से प्रेरित लगती हैं । कुछ घटनाओं का जिक्र मैं इस लेख में करना चाहता हूं।
श्रीकृष्ण ने वचन दिया था कि वे बिना शस्त्र के युद्ध में भाग लेंगे लेकिन उन्होंने अपना वचन भंग कर भीष्म पितामह पर अपना सुदर्शन चक्र उठा लिया था ।
वर्तमान राजनीति के स्वघोषित ईमानदार सर जी ने भी वचन दिया था कि वो सरकार बनाने के लिए ना इनका समर्थन लेंगे ना उनका । इन्होंने तो अपने बच्चों की कसम भी खाई थी । मगर जरूरत पड़ी तो वचन तोड़ दिया ।
किसी ने उनसे पूछा तो मुस्कुराते हुए बोले : श्रीकृष्ण ने भी तो जरूरत पड़ने पर शस्त्र उठा लिया था और वचन भंग किया था । और फिर हम लोग भीष्म पितामह को हरदम इस बात के लिए कोसते हैं कि जब द्रोपदी का चीर हरण हो रहा था तब उन्हें अपनी प्रतिज्ञा तोड़ देनी चाहिए थी । इसीलिए मैंने भी अपना वचन भंग कर स्वयं को भीष्म पितामह बनने और शर शैय्या पर लेटने से बचा लिया और देश का उद्धार कर दिया । जनहित में मैंने कितना बड़ा त्याग किया है।और वो खी खी करके हंसने लगे ।
वर्तमान में एक शब्द है बंधुआ मजदूर । बंधुआ मजदूर वह व्यक्ति होता है जो किसी से एक बार ऋण ले लेता है और उस ऋण की एवज में स्वयं को उसके पास गिरवी रख देता है और मालिक की आज्ञा का ही पालन करता है ।
महाभारत में भी कर्ण ने अपने आप को दुर्योधन का बंधुआ मजदूर ही माना । वह हमेशा कहता रहा कि वह तो दुर्योधन का आजीवन ऋणी है इसलिए वह तो उसकी इच्छा के विरुद्ध कुछ भी नहीं कर सकता। यहां तक कि उसने अपने भाइयों के खिलाफ भी युद्ध किया । बंधुआ मजदूरी का इससे श्रेष्ठ उदाहरण और नहीं है शायद ।
हस्तिनापुर की राज सभा में कुल वधू द्रोपदी का चीर हरण हुआ था । सब महान योद्धा वहां उपस्थित थे ।
उत्तर प्रदेश में एक गेस्ट हाउस में एक राजनैतिक सुंदरी का एक दुर्योधन रूपी महान नेता ने भी चीर हरण का प्रयास किया था । यहां पर भी श्रीकृष्ण ही आये थे बचाने के लिए ।
इमरजेंसी के समय बाबू जगजीवन राम केंद्र सरकार में मंत्री थे । जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में जन आन्दोलन हुआ और जनता पार्टी का गठन हुआ । चुनावों से ऐन पहले बाबू जगजीवन राम ने अपना इस्तीफा दिया और जनता पार्टी में शामिल हो गए। बाद में मंत्री बने । दल के साथ सरकार बदलने का ऐसा उदाहरण हमें महाभारत में भी मिलता है।
महात्मा विदुर धृतराष्ट्र के महामंत्री थे । अनेक विषयों पर उन दोनों में मतभेद थे फिर भी वे महामंत्री बने रहे । महाभारत युद्ध से ऐन पहले उन्होंने भी अपना इस्तीफा दिया । महाभारत युद्ध के पश्चात् सम्राट युधिष्ठिर ने उन्हें फिर से महामंत्री बना दिया ।
विश्व में सर्वप्रथम दल बदलने का उदाहरण ।
अश्वत्थामा ने रात में सोते हुए सैनिकों पर हमला किया और कृपाचार्य तथा कृतवर्मा ने शिविर से बाहर निकलने वालों पर वार कर उन्हें मार दिया ।
उरी में भी ऐस ही हुआ । आतंकवादियों ने सोते हुए सैनिकों पर कायराना हमला किया और उनकी नृशंस हत्या की । कल मैंने इस घटना के कारण ही अश्वत्थामा की तुलना आतंकवादियों से की थी ।
द्रोपदी का जयद्रथ द्वारा हरण करने पर भीम ने जयद्रथ के केश काट दिये थे और उसके सिर पर उसने इस तरह उस्तरा चलाया जैसे पुलिस गुंडों के सिर पर चौराहा बनाती है ।शायद पुलिस ने उस घटना से प्रेरित होकर ही ऐसा काम किया हो ।
जयद्रथ को ऐसा वरदान मिला था कि जो उसका वध करेगा वह व्यक्ति स्वयं भी मरेगा । अर्थात हम तो डूबेंगे सनम तुमको भी ले डूबेंगे । मानव बम का पहला उदाहरण लगता है मुझे।
अश्वत्थामा ने जब द्रोपदी के पांचों पुत्रों का वध कर दिया तो द्रोपदी उनके शव के पास बैठ गई और कहा कि जब तक अश्वत्थामा को दंड नहीं मिल जाता तब तक इन शवों की अंत्येष्टि नहीं होने देगी ।
आज यही कार्य बहुत सारे लोग कर रहे हैं । वो भी अपनी विभिन्न मांग इसी प्रकार रखते हैं कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाती तब तक शव सड़क पर पड़ा रहेगा ।
ये भी संभवतः पहला उदाहरण है ।
धृतराष्ट्र ने अपने पुत्र मोह में हस्तिनापुर बर्बाद कर दिया था । वर्तमान में भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है ।
मद्र नरेश शल्य कौरवों की ओर से लड़ रहा था लेकिन अपने ही प्रधान सेनापति को अपशब्द कह रहा था ।
उसी तरह कुछ नेता गण भी यही कार्य कर रहे हैं ।
भीष्म पितामह का वध करने के लिए शिखंडी को आगे किया गया ।
वर्तमान में शिखंडी वाला काम कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी , पत्रकार और बॉलीवुड कर रहा है ।
इसलिए मुझे लगता है कि बहुत कुछ समानता है आज और महाभारत के समय में ।
Gunjan Kamal
05-Jan-2023 08:33 PM
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌🙏🏻
Reply
Hari Shanker Goyal "Hari"
05-Jan-2023 09:11 PM
हार्दिक अभिनंदन जी
Reply
Raziya bano
05-Jan-2023 06:32 PM
Nice
Reply
Hari Shanker Goyal "Hari"
05-Jan-2023 09:11 PM
धन्यवाद जी
Reply
Reena yadav
05-Jan-2023 10:39 AM
बहुत ही बेहतरीन 👍🌺
Reply
Hari Shanker Goyal "Hari"
05-Jan-2023 09:11 PM
हार्दिक अभिनंदन जी
Reply